मोहब्बत

मोहब्बत शायरी

काश मुझे भी कोई प्यार करेकाश मुझे पर भी कोई ऐतबार करेनिकलता हू यूही चाहत की तलाश मेकाश प्यार की राहो मे मेरा भी कोई इंतेज़ार करे

मोहब्बत शायरी

दोस्ती उन से करो जो निभाना जानते हो,नफ़रत उन से करो जो भूलना जानते हो,ग़ुस्सा उन से करो जो मानना जानता हो,प्यार उनसे करो जो दिल लुटाना जानता हो.

मोहब्बत शायरी

उन्हें चाहना हमारी कमजोरी है,उनसे कह नही पाना हमारी मजबूरी है,वो क्यूँ नही समझते हमारी खामोशी को,क्या प्यार का इज़हार करना जरूरी है.

मोहब्बत शायरी

हमारी किसी बात से खफा मत होना,नादानी से हमारी नाराज़ मत होना,पहली बार चाहा है हमने किसी को इतना,चाह कर भी कभी हमसे दूर मत होना.

मोहब्बत शायरी

गुलाब की खुशबू भी फीकी लगती है,कौन सी खूशबू मुझमें बसा गई हो तुम,जिंदगी है क्या तेरी चाहत के सिवा,ये कैसा ख्वाब आंखों में दिखा गई हो तुम.

मोहब्बत शायरी

नज़र मुझसे मिलाती हो तो तुम शरमा-सी जाती हो,इसी को प्यार कहते हैं, इसी को प्यार कहते हैं,जबाँ ख़ामोश है लेकिन निग़ाहें बात करती हैं,अदाएँ लाख भी रोको अदाएँ बात करती हैं,नज़र नीची किए दाँतों में दुपट्टे को दबाती हो,इसी को प्यार कहते हैं, इसी को प्यार कहते हैं.

मोहब्बत शायरी

आग सूरज मैँ होती हैँ जलना जमीन को पडता हैँ,मोहब्बत निगाहेँ करती हैँ तडपना दिल को पडता हैँ.

मोहब्बत शायरी

तेरी ख़ामोशी हमारी कमजोरी हैं,कह नहीं पाना हमारी मज़बूरी हैं,क्यों नहीं समझते हमारी खामोशियो को,खामोशियो को जुबा देना बहुत जरुरी हैं.

मोहब्बत शायरी

ए खुदा मोहूबत भी तूने अजीब चीज बनाए है,तेरे ही बन्दे तेरी मस्जिद में तेरे ही सामने रोते है,लेकिन तुजे नहीं किसी और को पानेके लिये.

मोहब्बत शायरी

ख्वाइस तो यही है कि तेरे बाँहों में पनाह मिल जाये,शमा खामोस हो जाये और शाम ढल जाये,प्यार इतना करे कि इतिहास बन जाये,और तुम्हारी बाँहों से हटने से पहले शाम हो जाये.

मोहब्बत शायरी

दिल की किताब में गुलाब उनका था, रात की नींद में ख्वाब उनका था, कितना प्यार करते हो जब हमने पूछा, मर जायंगे तुम्हारे बिना ये जबाब उनका था.

मोहब्बत शायरी

तन्हाई मैं मुस्कुराना भी इश्क़ है इस बात को सब से छुपाना भी इश्क़ है यूँ तो रातों को नींद नही आती पर रातों को सो कर भी जाग जाना इश्क़ है.

मोहब्बत शायरी

घर से बाहर वो नक़ाब मे निकली सारी गली उनकी फिराक मे निकली इनकार करते थे वो हमारी मोहब्बत से ओर हमारी ही तस्वीर उनकी किताब से निकली.

मोहब्बत शायरी

तू चाँद और मैं सितारा होता, आसमान में एक आशियाना हमारा होता, लोग तुम्हे दूर से देखते, नज़दीक़ से देखने का हक़ बस हमारा होता.

मोहब्बत शायरी

अरमान था तेरे साथ जिंदगी बिताने का, शिकवा है खुद के खामोश रह जाने का, दीवानगी इस से बढकर और क्या होगी, आज भी इंतजार है तेरे आने का.

मोहब्बत शायरी

काटो के बदले फूल क्या दोगे, आँसू के बदले खुशी क्या दोगे, हम चाहते है आप से उमर भर की दोस्ती, हमारे इस शायरी का जवाब क्या दोगे?

मोहब्बत शायरी

तेरी आरज़ू मेरा ख्वाब है, जिसका रास्ता बहुत खराब है, मेरे ज़ख़्म का अंदाज़ा ना लगा, दिल का हर पन्ना दर्द की किताब है.

मोहब्बत शायरी

धोखा दिया था जब तूने मुझे, जिंदगी से मैं नाराज था, सोचा कि दिल से तुझे निकाल दूं, मगर कंबख्त दिल भी तेरे पास था.

मोहब्बत शायरी

बहुत खुबसूरत है आँखें तुम्हारी इन्हें बना दो किस्मत हमारी हमें नहीं चहिये ज़माने की खुशियाँ अगर मिल जाये मोहब्बत तुम्हारी.

मोहब्बत शायरी

इस कदर हम उनकी मुहब्बत में खो गए, कि एक नज़र देखा और बस उन्हीं के हम हो गए, आँख खुली तो अँधेरा था देखा एक सपना था, आँख बंद की और उन्हीं सपनो में फिर सो गए

मोहब्बत शायरी

आँखों में तेरी डूब जाने को दिल चाहता है, इश्क में तेरे बर्बाद होने को दिल चाहता है, कोई संभाले मुझे, बहक रहे है मेरे कदम, वफ़ा में तेरी मर जाने को दिल चाहता है

मोहब्बत शायरी

"कोई वादा नहीं फिर भी प्यार है, जुदाई के बावजूद भी तुझपे अधिकार है. तेरे चेहरे की उदासी दे रही है गवाही, मुझसे मिलने को तू भी बेक़रार है."

मोहब्बत शायरी

"आँखों से दूर दिल के करीब था, में उस का वो मेरा नसीब था. न कभी मिला न जुदा हुआ, रिश्ता हम दोनों का कितना अजीब था."

मोहब्बत शायरी

"कुछ लम्हे खास हो जाते हैं, जब अपने साथ निभाते हैं, वो क्या कर जाते है उन्हें पता नहीं होता, वो यादो में कब बस जाते है ये हमें पतानहीं होता|"

मोहब्बत शायरी

"प्यार किया तो उनकी मोहबत नज़र आई, दर्द हुआ हमे तो पलके उनकी भर आई. दो दिलों की धड़कन में एक बात नज़र आई, दिल तो उनका धड़का पर आवाज़ इस दिल से आई."

मोहब्बत शायरी

"देर रत जब किसी की याद सताए, ठंडी हवा जब जुल्फों को सहलाये. कर लो आंखे बंद और सो जाओ क्या पता, जिसका है ख्याल वो खवाबों में आ जाये."

मोहब्बत शायरी

"अपनी आँखों के समुन्दर में उतर जानेदे, तेरा मुजरिम हूँ मुझे डूब के मर जाने दे, वादा है तुम याद किया करोगे मुझे मुझसे भी ज्यादा, बस एक बार तुझ पर फना हो जाने दे|"

मोहब्बत शायरी

"न तस्वीर है आपकी जो दीदार किया जाये, न आप पास हो जो प्यार किया जाये, ये कैसा दर्द दिया है| न कुछ कहा जाये, न कुछ सुना जाये|"

मोहब्बत शायरी

"दिल की बात दिल में छुपा लेते हैं वो, हमको देख कर मुस्कुरा देते हैं वो, हमसे तो सब पूछ लेते हैं, पर हमारी ही बात हमसे छुपा लेते हैं वो|"

मोहब्बत शायरी

"लोग पूछते हैं की तुम क्यूँ अपनी मोहब्बत, का इज़हार नहीं करते, हमने कहा जो लब्जों में बयां, हो जाये सिर्फ उतना हम किसी से प्यार नहीं करते."

मोहब्बत शायरी

"शाम के बाद मिलती है रात, हर बात में समाई हुई है तेरी याद. बहुत तनहा होती ये जिंदगी, अगर नहीं मिलता जो आपका साथ."

मोहब्बत शायरी

"कुछ मतलब के लिए ढूँढते हैं मुझको, बिन मतलब जो आए तो क्या बात है, कत्ल कर के तो सब ले जाएँगे दिल मेरा, कोई बातों से ले जाए तो क्या बात है."

मोहब्बत शायरी

"किताबों के पन्नो को पलट के सोचता हूँ, यूँ पलट जाए मेरी ज़िंदगी तो क्या बात है. ख्वाबों मे रोज मिलता है जो, हक़ीकत में आए तो क्या बात है."

मोहब्बत शायरी

"चिंगारी का खौफ न दो हमें, दिल में आग का दरिया बसाये बैठे हैं. जल जाते कब के इस आग में, मगर खुद को आंसुओं में भिगोये बैठे हैं."

मोहब्बत शायरी

"कुछ लोग सितम करने को तैयार बैठे हैं, कुछ लोग हम पर दिल हार बैठे हैं, इश्क को आग का दरिया ही समझ लीजिये, कुछ इस पार तो कुछ उस पार बैठे हैं."

मोहब्बत शायरी

"इश्क़ ऐसा करो कि धड़कन मे बस जाए, सांस भी लो तो खुश्बू उसी की आए, प्यार का नशा आँखो पे ऐसा छाए, बात कोई भी हो,पर नाम उसी का आए."

मोहब्बत शायरी

"नही है हमारा हाल, कुछ तुम्हारे हाल से अलग, बस फ़र्क है इतना, कि तुम याद करते हो, और हम भूल नही पाते."

मोहब्बत शायरी

"ना दिल से होता है, ना दिमाग़ से होता है, ये प्यार तो इतफाक से होता है, पर प्यार कर के प्यार ही मिले, ये इतफाक किसी-किसी के साथ होता है."

मोहब्बत शायरी

"आज हम हैं, कल हमारी यादें होंगी. जब हम ना होंगे, तब हमारी बातें होंगी. कभी पलटो गे जिंदगी के ये पन्ने, तो शायद आप की आँखों से भी बरसातें होंगी."

मोहब्बत शायरी

"जो रहते हैं दिल में, वो जुदा नही होते, कुछ अहसास लफ़्ज़ों में बयान नही होते, एक हसरत है उन्हे मानने की, वो इतने अच्छे हैं कि कभी खफा ही नही होते.."

मोहब्बत शायरी

"सामने ना हो तो तरसती हैं आँखे, बिन तेरे बहुत बरसती हैं आँखे, मेरे लिए ना सही इनके लिए आ जाओ, क्यूंकी तुमसे बेपनाह प्यार करती हैं आँखे."

मोहब्बत शायरी

"तरस गये आपके दीदार को, दिल फिर भी आपका इंतज़ार करता है, हमसे अच्छा तो आपके घर का आईना है, जो हर रोज़ आपका दीदार करता है."

मोहब्बत शायरी

"एक सा दिल सबके पास होता है, फिर क्यों नही सब पे विश्वास होता है, इंसान चाहे कितना ही आम क्यूँ ना हो, वो किसी ना किसी के लिए तो ख़ास होता है."

मोहब्बत शायरी

"उमर की राह मे रास्ते बदल जाते हैं, वक़्त की आँधी मे इंसान बदल जाते हैं, सोचते हैं आपको इतना याद ना करें, लेकिन आँख बंद करते ही इरादे बदल जाते हैं."

मोहब्बत शायरी

"खूबियाँ इतनी तो नही हम मे, कि तुम्हे कभी याद आएँगे, पर इतना तो ऐतबार है हमे खुद पर, आप हमे कभी भूल नही पाएँगे.."

मोहब्बत शायरी

"याद किसी को करना यह बात नही जताने की, दिल पर चोट देना आदत है जमाने की, हम आप को याद बिल्कुल नही करते, क्यूँ की याद करना एक निशानी है भूल जाने की."

मोहब्बत शायरी

"वो आँखो से यूँ शरारत करते हैं, अपनी अदाओं से यूँ क़यामत करते हैं, निगाहें उनके चेहरे से हटती ही नही, और वो हमारी नज़रो से शिकायत करते हैं."

मोहब्बत शायरी

"वो हमारा इमतिहान क्या लेगी, मिलेगी नजरों से नजर तो नजर झुका लेगी, उसे मेरी कब्र पर दिया जलाने को मत कहना, वो नादान है दोस्तो अपना हाथ जला लेगी।"

मोहब्बत शायरी

"चाहो तो दिल से मुझ को मीटा देना, चाहो तो मुझ को भुला देना, पर ये वादा करो के, कभी मेरी याद आये, तो रोना मत सिर्फ मुस्कुरा देना, "

मोहब्बत शायरी

"दुआ करते है हम खुदा से, ऎ खुदा हमारा प्यारा अपनी मंज़िल पाऐ, उसकी राहो मे अँधेरा आए .. तो रोशनी के लिये हमॆ जलाऎ "

मोहब्बत शायरी

"इसे पहलॆ की दिलो मॆ नफरत जागे, आओ एक शाम मोहब्बत मे बिता दि जाए .... करके कुछ मोहब्बत की बातें, शाम की मस्ती बांध दी जाये."

मोहब्बत शायरी

"तू देख या न देख, तेरे दॆखनॆ का गम नहीं, पर तेरी यॆ ना दॆखनॆ की अदा दॆखनॆ से कम नहीं .."

मोहब्बत शायरी

"ये प्यारी निगाहॆं याद रहॆंगी, मिलकर ना मिलने की अदा याद रहॆंगी, मुमकिन नहीं की मॆं तुम्हॆ भुला दुं, और उमर भर तुम्हॆ भी मेरी याद रहॆगी."

मोहब्बत शायरी

"तुझे भुलकर भी ना भूल पायॆंगॆ हम, बस यही ​​एक वादा निभा पाऎंगॆ हम. मीटा देंगे खुद को भी जहाँ से लॆकिन, तेरा नाम दिल से न मीटा पाऎंगॆ हम .. "

मोहब्बत शायरी

"वो नदिया नहीं आंसू थॆ मॆरॆ,जिनपर, वो कश्ती चलातॆ रहे मंज़िल मीलॆ उन्हॆ ये चाहत थी मेरी, इसलऎ हम आंसू बहातॆ रहे."

मोहब्बत शायरी

"हमारा हर लम्हा चुरा लिया आपने, आँखों को इक चाँद दिखा दिया आपने. हमॆ ज़िंदगी दि किसी और नॆ, पर प्यार इतना दॆखकर जीना सिखा दिया आपने."

मोहब्बत शायरी

"इस कदर हम यार को मनानॆ निकलॆ, उसकी चाहत के हम दीवाने निकलॆ, जब भी उसॆ दिल का हाल बताना चाहा, तो उसकॆ होंठों से वक्त ना होनॆ के बहानॆ निकलॆ ..."

मोहब्बत शायरी

"उनकी नजरों में छुपा आज भी एक राज़ था, वही चेहरा वही लिबास था, कैसे यारों उनको बेवफा कहदु, आज भी उनके दॆखनॆ का वही अंदाज था."

मोहब्बत शायरी

"जब आप किसी को चाहो तो ऎ मत सोचो की, वो आप को पसंद करता है की नही, बस उसॆ इतना चाहो की उसॆ आप कॆ सिवा, किसी और की चाहत पसंद ही ना आए ..."

मोहब्बत शायरी

"ख्वाबों कॆ अंदर ज़िंदा मत रहो .. बल्की अपने अंदर ख्वाब को ज़िदा रखो . मोहब्बत उससॆ नही होती जो खूबसूरत हो. खूबसूरत वो होती है जिससॆ मोहब्बत हो ..."

मोहब्बत शायरी

"मैने तुझको ही चाहा हैं, तू ही मेरा पहला प्यार है, मेरे दिल की तू ही धड़कन, तेरा ही मुझको इंतजार के है."

मोहब्बत शायरी

"बादल कितने खुशनसीब हैं, दूर रहकर भी जमीन पर बरसतॆ है, हम कितने बदनसीब है, पास रहकर भी मिलने को तरसतॆ है .."

मोहब्बत शायरी

"तुम्हारी यादो की महक इन हवाओमॆ है प्यार ही प्यार बिखरा इन फिजाओमॆ है ऎसा न कि दुरीया दर्द बन जायॆ अब तो आप कॆ आनॆ का इंतजार इन निगाहों को है"

मोहब्बत शायरी

"हर नज़र मुझे एक कशिश होती है, हर दिल मॆ एक चाहत होती है, मुमकीन नही हर एक के लिये ताज महल बनाना पर हर दिल मुझे एक मुमताज रहती है ..."

मोहब्बत शायरी

"आपकी अदा से हम मदहोश हो गये आप नॆ पलट कर देखा तो हम बॆहोश हो गये यही एक बात कहनी थी आपसॆ ना जाने क्यूँ आपको दॆखतॆ ही हम खामोश हो गये ..."

मोहब्बत शायरी

"कल हलकी सी बरसात में हो गयी मुलाक़ात उनसे, नज़रों की शबनम ने जैसे कर ली हो हर बात …उनसे, उनकी आँखों में थी ऐसी कशिश के क्या कहें, मेरे जिस्म के रोम रोम ने कर ली मोहब्बत उनसे"

मोहब्बत शायरी

"उसका शुक्रिया कुछ इस तरह से अदा करूँ वो करे बेवफाई और मैं सदा वफ़ा करूँ मेरी मोहोब्बत ने बस इतना सिखाया मुझे खुद मिट जाऊं पर उसके लिए दुआ करूँ"

मोहब्बत शायरी

"उसका इल्जाम है वह लगातार ताकता है मुझे लेकिन यह तो बता की ' मै ताकता हूँ' यह पता कैसे चला तुझे"

मोहब्बत शायरी

"जब उसकी धुन में रहा करते थे, हम भी चुप चुप जिया करते थे लोग आते थे गजल सुंनाने, हम उसकी बात किया करते थे घर की दीवार सजाने के खातिर, हम उसका नाम लिखा करते थे, कल उसको देख कर याद आया हमे, हम भी कभी मोहोब्बत किया करते थे, लोग मुझे देख कर उसका नाम लिया करते थे"

मोहब्बत शायरी

"सितम को हमने बेरुखी समझा, प्यार को हमने बंदगी समझा, तुम चाहे हमे जो भी समझो, हमने तो तुम्हे अपनी ज़िन्दगी समझा."

मोहब्बत शायरी

"कोई शाम आती है, तुम्हारी याद लेकर, कोई शाम आती है, तुम्हारी याद देकर, हमे तो इंतजार है, उस शाम का, जो आये तुम्हे साथ लेकर…"

मोहब्बत शायरी

"जब भी कभी आप चाँद को, देखो तो याद करना हमे, ये सोचकर नहीं की कितना चमकता है, वो उन सितारों में बल्कि, ये सोच कर कितना तनहा है वो हजारों में."

मोहब्बत शायरी

"हर नज़र को 1 निगाह का हक़ है, हर नूर को 1 आह का हक़ है. हम भी दिल लेकर आये है इस दुनिया में, हमे भी तो 1 गुनाह करने का हक़ है"

मोहब्बत शायरी

"सिर्फ चाहने से मुलाकात नहीं होती, सूरज के साथ रात नहीं होती. हम जिसे चाहते है,जान से भी ज्यादा, सामने होते हुए भी बात नहीं होती."

मोहब्बत शायरी

"उसको बस इतना बता देना, इतना आसान नहीं हैं तुम्हे भुला देना. तेरी यादें भी तेरे जैसी ही हैं, उन्हें आता है बस रुला देना."

मोहब्बत शायरी

"बेवफाई का डर था तो प्यार क्यों किया, तनहाई का डर था तो इकरार क्यों किया, मुझसे मौत भी पूछेगी आने से पहले, कि जो नहीं आने वाले थे, तूने उनका इंतजार क्यों किया."

मोहब्बत शायरी

"बेशक वो नहीं करते बात कभी फिर उनसे मिलने को दिल बेकरार क्यों है उनकी याद तो अब रात को सोने भी नहीं देती जाने हमको उनसे इतना प्यार क्यों है"

मोहब्बत शायरी

"तकदीर ने जैसा चाहा ढल गये हम, यूं तो संभल कर चले थे फिर भी फिसल गये हम, अपना यकीन है कि दुनिया बदल गयी, पर सबका खयाल है कि बदल गये हम."

मोहब्बत शायरी

"एक रात वो मिले ख्वाब में, हमने पुछा क्यों ठुकराया आपने. जब देखा तो उनकी आँखों में भी आंसू थे, फिर कैसे पूछते क्यों रुलाया आपने."

मोहब्बत शायरी

"रिश्ता हमारा इस जहां में सबसे प्यारा हो जैसे जिंदगी को सांसों का सहारा हो याद करना हमें उस पल में जब तुम अकेले हो और कोई ना तुम्हारा हो"

मोहब्बत शायरी

"काश वो नगमे सुनाये ना होते आज उनको सुनकर ये आंसू आये ना होते अगर इस तरह भूल जाना ही था तो इतनी गहरायी से दिल में समाये ना होते"

मोहब्बत शायरी

"ना दिल से होता है, ना दिमाग से होता है, यह प्यार तो इत्तेफाक से होता है, पर प्यार करके प्यार ही मिले, ये इत्तेफाक किसी किसी के साथ होता है"

मोहब्बत शायरी

"आज फिर पल खूबसूरत है, दिल में बस तेरी ही सूरत है, कुछ भी कहे दुनिया हमें कोई गम नहीं, दुनिया से ज्यादा मुझे तेरी जरूरत है।"

मोहब्बत शायरी

"रस्मों रिवाज की जो परवाह करते हैं, प्यार में वो लोग गुनाह करते हैं इश्क वो जुनून है जिसमें दीवाने अपनी खुशी से खुद को तबाह करते हैं।"

मोहब्बत शायरी

"वो जो हमसे नफरत करते हैं, हम तो आज भी सिर्फ उन पर मरते हैं, नफरत है तो क्या हुआ यारो, कुछ तो है जो वो सिर्फ हमसे करते हैं।"

मोहब्बत शायरी

"न चाहो इतना चाहतों से डर लगता है, ना आओ इतने करीब जुदाई से डर लगता है, तुम्हारे प्यार पर यकीं है मुझे, पर अपनी किस्मत से डर लगता है।"

मोहब्बत शायरी

"पहले कभी ये यादें ये तनहाई ना थी, कभी दिल पे मदहोशी छायी ना थी, जाने क्या असर कर गयीं उसकी बातें, वरना इस तरह कभी याद किसी की आयी ना थी।"

मोहब्बत शायरी

"सितारों को रौशनी की क्या ज़रूरत, ये तो खुद को जला लेते है. आशिकों को वफ़ा की क्या ज़रूरत, वो तो बेवफा को भी प्यार कर लेते है."

मोहब्बत शायरी

"हर प्यार में एक एहसास होता है, हर काम का एक अंदाज होता है, जब तक ना लगे बेवफाई की ठोकर, हर किसी को अपनी पसंद पे नाज़ होता है."

मोहब्बत शायरी

"उन्होंने अपना कभी बनाया ही नहीं, झूठा ही सही प्यार दिखाया ही नहीं, गलतियां अपनी हम मान भी जाते, पर क्या करें कसूर हमारा हमें बताया ही नहीं."

मोहब्बत शायरी

"दोनों आखों मे अश्क दिया करते हैं हम अपनी नींद तेरे नाम किया करते है जब भी पलक झपके तुम्हारी समझ लेना हम तुम्हे याद किया करते हैं"

मोहब्बत शायरी

"हम जिनके दीवाने है वो गैरों के गुण गाते थे, हमने कहा आपके बिन जी ना सकेंगे, तो हंस के कहने लगे, के जब हम ना थे तब भी तो जीते थे.."

मोहब्बत शायरी

"क्यों कोई अच्छा लगने लगता है, आहिस्ता - आहिस्ता ; खुमार इश्क का चढ़ता है क्यों, आहिस्ता - आहिस्ता . सफर में ज़िन्दगी के, लोग तो बहुत मिलते ; दिल में बस जाता कोई शख्स क्यों, अहिस्ता - आहिस्ता"

मोहब्बत शायरी

"यह ख्वाइश हैं मेरी खुदा से, जिस चीज़ पे तू हाथ रखे वो चीज़ तेरी हो और जिस से तू प्यार करे वोह तकदीर मेरी हो"

मोहब्बत शायरी

"घांव इतना गहरा है बयां क्या करे हम खुद निशाना बन गये अब वार क्या करे जान निकल गयी मगर खुली रही आंखें अब इससे ज्यादा उनका इंतझार क्या करे"

मोहब्बत शायरी

"उसकी पलकों से आँसू को चुरा रहे थे हम उसके ग़मोको हंसींसे सजा रहे थे हम जलाया उसी दिए ने मेरा हाथ जिसकी लो को हवासे बचा रहे थे हम "

मोहब्बत शायरी

"ये आरजू नहीं की किसी को भुलाए हम ना तमन्ना की किसी को रुलाए हम पर दुआ है रब से इतनी की जिसको जितना याद करते है उसको उतना याद आये हम.."

मोहब्बत शायरी

"हर नज़र को एक नज़र की की तलाश है, हर दिल में छुपा एक एहसास है | आप से प्यार युही नही किया हमने क्या करे हमारी पसंद ही कुछ ख़ास है"

मोहब्बत शायरी

"मुस्कुराते पलकों पे सनम चले आते हैं, आप क्या जानो कहाँ से हमारे घूम आते हैं, आज भी उस मोड़ पर खड़े हैं जहा किसी ने कहा था के ठेरों हम अभी आते हैं."

मोहब्बत शायरी

"बन के अजनबी मिले थे जिन्दगी के सफर में, इन यादों के लम्हों को मिटायेंगे नही, अगर याद रखना फितरत है आपकी, तो वादा है हम भी आपको कभी भुलायेंगे नही"

मोहब्बत शायरी

"नज़रे न होती तो नज़ारा न होता, दुनिया मैं हसीनो का गुज़ारा न होता, हमसे यह मत कहो की दिल लगाना छोड़ दे, जा के खुदा से कहो हसीनो को बनाना छोड़ दे.."

मोहब्बत शायरी

"खाली खाली न यूँ दिल का मकां रह जाये तुम गम-ए-यार से कह दो, कि यहां रह जाये रूह भटकेगी तो बस तेरे लिये भटकेगी जिस्म का क्या भरोसा ये कहां रह जाये"

मोहब्बत शायरी

"शाम के बाद मिलती है रात, हर बात में समाई हुई है तेरी याद. बहुत तनहा होती ये जिंदगी, अगर नहीं मिलता जो आपका साथ. "

मोहब्बत शायरी

"जब भी उनकी गली से गुज़रता हूँ, मेरी आंखें एक दस्तक दे देती है, दुःख ये नहीं, वो दरवाजा बंद कर देते है, खुशी ये है, वो मुझे अब भी पहचान लेते हैं।"

मोहब्बत शायरी

"वो दर्द ही क्या जो आँखों से बह जाए, वो खुशी ही क्या जो होठों पर रह जाए, कभी तो समझो मेरी खामोशी को, वो बात ही क्या जो लफ्ज़ आसानी से कह जायें."

मोहब्बत शायरी

"राह तकते है हम उनके इंतज़ार में, साँसे भरते हैं उनके एक दीदार में, रात न कटती है न होता है सवेरा, जबसे दिल के हर कोने में हुआ है आपका बसेरा."

मोहब्बत शायरी

"तुझे भूलकर भी न भूल पायेगें हम, बस यही एक वादा निभा पायेगें हम, मिटा देंगे खुद को भी जहाँ से लेकिन, तेरा नाम दिल से न मिटा पायेगें हम."

मोहब्बत शायरी

"दिल में रहते थे जो नजरों से उतर गए रिश्ते जैसे काँच के टुकड़े, ठेस लगी और टूट गए।"

मोहब्बत शायरी

"याद तो हर कोई करेगा जाने के बाद, सच्चे प्यार का पता चल जाएगा वख्त आने के बाद, कौन कितनी मुहोब्बत करता है, नजर आएगा मर जाने के बाद |"

मोहब्बत शायरी

"दिल लगता नहीं है अब तुम्हारे बिना, खामोश से रहने लगे है तुम्हारे बिना, जल्दी लौट के आओ अब यही चाह है, वरना जी ना पाएँगे तुम्हारे बिना |"

मोहब्बत शायरी

"यकीन नहीं तुझे अगर, तो आज़मा के देख ले, एक बार तू, जरा मुस्कुरा के देख ले, जो ना सोचा होगा तूने, वो मिलेगा तुझको भी, एक बार आपने कदम,बढ़ा के देख ले |"

मोहब्बत शायरी

"आपने कहा मोहब्बत पूरी नहीं होती | हम कहते हैं हर बार ये बात जरुरी नहीं होती || मोहब्बत तो वो भी करते हैं उनसे......| जिन्हें पाने की कोई उम्मीद नहीं होती ||"

मोहब्बत शायरी

"आँखों के सामने हर पल आपको पाया हैं, अपने दिल में भी सिर्फ आपको ही बसाया हैं, आपके बिना हम जिए भी तो कैसे........, भला जान के बिना भी कोई जी पाया हैं."

मोहब्बत शायरी

"तेरी चाहत में हम ज़माना भूल गये, किसी और को हम अपनाना भूल गये, तुम से मोहब्बत हैं बताया सारे जहाँ को, बस एक तुझे ही बताना भूल गये......"

मोहब्बत शायरी

"तेरा ख़याल तेरी आरजू न गयी, मेरे दिल से तेरी जुस्तजू न गयी, इश्क में सब कुछ लुटा दिया हँसकर मैंने, मगर तेरे प्यार की आरजू न गयी....."

मोहब्बत शायरी

"हमारी गलतियों से कही टूट न जाना, हमारी शरारत से कही रूठ न जाना, तुम्हारी चाहत ही हमारी जिंदगी हैं, इस प्यारे से बंधन को भूल न जाना."

मोहब्बत शायरी

"तुझको मिल जायेगा बेहतर मुझसे, मुझको मिल जायेगा बेहतर तुझसे, फिर भी दिल में एक ख्याल आता हैं, जानी तू जो मिल जाए तो बेहतर हैं सबसे."

मोहब्बत शायरी

"दिल में कोई और बसा तो नहीं, ये चाहत इश्क की ज्यादा तो नहीं, सब मुझे चाहने लगे हैं...., कहीं मुझ में तुम्हारे जैसी कोई अदा तो नहीं."

मोहब्बत शायरी

"दिल में सिर्फ आप हो और कोई खाश कैसे होगा, यादों में आपके सिवा कोई पास कैसे होगा, हिचकियाँ कहती हैं आप मुझे याद करते हो, पर बोलोगे नहीं तो मुझे ये एहसास कैसे होगा."

मोहब्बत शायरी

"चुपके से धड़कन में उतर जायेंगे, राहें उल्फत में हद से गुजर जायेंगे, आप जो हमें इतना चाहेंगे....., हम तो आपकी साँसों में पिघल जायेंगे."

मोहब्बत शायरी

"चिराग खुशियों के कब से बुझाए बैठे हैं, कब दीदार होगी उनसे हम आश लगाए बैठे हैं, हमें मौत आएगी उनकी ही बाहों में ...... हम मौत से ये सर्त लगाए बैठे हैं."

मोहब्बत शायरी

"तुझसे मिलने की बेताबी का वो अंजाम कैसे भुलादूँ, तेरे लवो की हँसी और आँखों की जाम कैसे भुलादूँ, दिल तो हमारा भी तड़पता हैं तेरा साथ पाने को, पर इस जहाँ के रश्मो - रिवाज कैसे भुलादूँ."

मोहब्बत शायरी

"रात को रात का तोफा नहीं देते, दिल को जजबात का तोफा नहीं देते, देने को तो हम आप को चाँद भी दे दे, मगर चाँद को चाँद का तोफा नहीं देते."

मोहब्बत शायरी

"वो वक्त वो लम्हे अजीब होंगे, दुनियाँ में हम खुश नशीब होंगे, दूर से जब इतना याद करते हैं आपको, क्या हाल होगा जब आप हमारे करीब होगे."

मोहब्बत शायरी

"उनका हाल भी कुछ आप जैसा ही होगा, आपका हाले दिल उन्हें भी महसूस होगा, बेकरारी के आग में जो जल रहे हैं आप, आपसे ज्यादा उन्हें इस जलन का एहसास होगा."

मोहब्बत शायरी

" एय मेरी जिन्दगी यूँ मुझसे दगा ना कर, उसे भुला कर जिन्दा रहू दुआ ना कर, कोई उसे देखता हैं तो होती हैं तकलीफ, एय हवा तू भी उसे छुवा ना कर ....."

मोहब्बत शायरी

"दिन तेरे ख़याल में गुजर जाता हैं, रातों को भी ख़याल तेरा ही आता हैं, कभी ये ख़याल इस तरह बढ़ जाता है की, आयने में भी तेरा ही चेहरा नज़र आता हैं."

मोहब्बत शायरी

" रात गुमसुम हैं मगर चाँद खामोश नहीं, कैसे कह दूँ फिर आज मुझे होश नहीं, ऐसे डूबा तेरी आँखों के गहराई में आज, हाथ में जाम हैं,मगर पिने का होश नहीं."

मोहब्बत शायरी

"हम वो नहीं की भूल जाया करते हैं, हम वो नहीं जो निभाया करते हैं, दूर रहकर मिलना सायद मुस्किल हो, पर याद करके सांसो में बस जाया करते हैं."

मोहब्बत शायरी

"हर वक्त मुस्कुराना फिदरत हैं हमारी, आप यूँ ही खुश रहे हसरत हैं हमारी, आपको हम याद आये या ना आये, आपको याद करना आदत हैं हमारी."

मोहब्बत शायरी

"ख्वाबो में मेरे आप रोज आते हो, कभी दर्द, कभी खुशियाँ दे जाते हो, कितना प्यार करते हो आप मुझ से, शिर्फ़ मेरे इस सवाल का जबाब टाल जाते हो."

मोहब्बत शायरी

"उल्फत की जंजीर से डर लगता हैं, कुछ अपनी ही तकदीर से डर लगता हैं, जो जुदा करते हैं, किसी को किसी से, हाथ की बस उसी लकीर से डर लगता हैं."

मोहब्बत शायरी

"उसकी याद हमें बेचैन बना जाती हैं, हर जगह हमें उसकी सूरत नज़र आती हैं, कैसा हाल किया हैं मेरा आपके प्यार ने, नींद भी आती हैं तो आँखे बुरा मान जाती हैं."

मोहब्बत शायरी

हमारी गलतियों से कही टूट न जाना, हमारी शरारत से कही रूठ न जाना, तुम्हारी चाहत ही हमारी जिंदगी हैं, इस प्यारे से बंधन को भूल न जाना.

मोहब्बत शायरी

"अधूरे मिलन की आस हैं जिंदगी,सुख-दुःख का एहसास हैं जिंदगी,फुरसत मिले तो ख्वाबो में आया करो,आप के बिना बड़ी उदास हैं जिंदगी "

मोहब्बत शायरी

रुलाना हर किसी को आता है, हँसाना भी हर किसी को आता है, रुला के जो मना ले वो सच्चा यार है, और जो रुला के खुद भी रो पड़े वही सच्चा प्यार है !!

मोहब्बत शायरी

मोहब्बत मुझे थी उसी से सनम, यादों में उसकी यह दिल तड़पता रहा, मौत भी मेरी चाहत को रोक न सकी, कब्र में भी यह दिल धड़कता रहा !!

मोहब्बत शायरी

बड़ी मुद्दत से चाहा है तुम्हे, बड़ी दुआओं से पाया है तुम्हे, तुम ने भुलाने का सोचा भी कैसे, किस्मत की लकीरों से चुराया है तुम्हे !!

मोहब्बत शायरी

शायर तो हम है शायरी बना देंगे, आपको शायरी में क़ैद कर लेंगे, कभी सुनाओ हमें अपनी आवाज़, आपकी आवाज़ को हम ग़ज़ल बना देंगे !!

मोहब्बत शायरी

ऐ आशिक तू सोच तेरा क्या होगा, क्योंकि हशर की परवाह मैं नहीं करता, फनाह होना तो रिवायत है तेरी, इश्क़ नाम है मेरा मैं नहीं मरता !!

मोहब्बत शायरी

तू ही मिल जाये मुझे ये ही काफ़ी है, मेरी हर साँस ने बस यही दुआ माँगी है, जाने क्यों दिल खींचा जाता है तेरी तरफ़, क्या तुमने भी मुझे पाने की कोई दुआ माँगी है !!

मोहब्बत शायरी

यूँ तो तमन्ना दिल में ना थी लेकिन, ना जाने तुझे देखकर क्यों आशिक बन बैठे, बंदगी तो खुदा की भी करते थे लेकिन, ना जाने क्यों हम काफ़िर बन बैठे !!

मोहब्बत शायरी

चहरे पर हंसी छा जाती है, आँखों में सुरूर आ जाता है, जब तुम मुझे अपना कहते हो, अपने पर गुरुर आ जाता है !!

मोहब्बत शायरी

लोग कहते है पिये बैठा हूँ मैं, खुद को मदहोश किये बैठा हूँ मैं, जान बाकी है वो भी ले लीजिये, दिल तो पहले ही दिये बैठा हूँ मैं !!

मोहब्बत शायरी

न कोई सुबह है और न कोई शाम है, हर लम्हा आपका ही नाम है, इससे मजाक मत समझ लेना, यह हमारी तरफ से प्यार का पैगाम है !!

मोहब्बत शायरी

प्यार कमजोर दिल से किया नहीं जा सकता, ज़हर दुश्मन से लिया नहीं जा सकता, दिल में बसी है उल्फत जिस प्यार की, उसके बिना जिया नहीं जा सकता !!

मोहब्बत शायरी

खफा न होना हमसे, अगर तेरा नाम जुबां पर आ जाये, इंकार हुआ तो सह लेंगे और अगर दुनिया हंसी, तो कह देंगे, की मोहब्बत कोई चीज़ नहीं, जो खैरात में मिल जाये, चमचमाता कोई जुगनू नहीं, जो हर रात में मिल जाये !!

मोहब्बत शायरी

ज़िंदगी जीने के लिए मुझे दुआ चाहिए, उस पर किस्मत की भी वफ़ा चाहिए, खुदा के रहम से सब कुछ है मेरे पास, बस प्यार करने के लिए आप जैसा कोई महबूब चाहिए !!

मोहब्बत शायरी

फिर न सिमटेगी मोहब्बत जो बिखर जायेगी, ज़िंदगी ज़ुल्फ़ नहीं जो फिर संवर जायेगी, थाम लो हाथ उसका जो प्यार करे तुमसे, ये ज़िंदगी ठहरेगी नहीं जो गुज़र जायेगी !!

मोहब्बत शायरी

प्यार में कोई तो दिल तोड़ देता है, दोस्ती मेँ कोई तो भरोसा तोड़ देता है, जिंदगी जीना तो कोई गुलाब से सीखे, जो खुद टूट कर दो दिलों को जोड़ देता है !!

मोहब्बत शायरी

गहराई प्यार में हो तो बेवफाई नहीं होती, सच्चे प्यार में कहीं तन्हाई नहीं होती, मगर प्यार ज़रा संभल कर करना मेरे दोस्त, प्यार के ज़ख्म की कोई दवा नहीं होती !!

मोहब्बत शायरी

हर बार दिल से ये पैगाम आए, ज़ुबाँ खोलूं तो तेरा ही नाम आए, तुम ही क्यूँ भाए दिल को क्या मालूम, जब नज़रों के सामने हसीन तमाम आए !!

मोहब्बत शायरी

कभी किसी से प्यार मत करना, हो जाये तो इंकार मत करना, चल सको तो चलना उस राह पर, वरना किसी की ज़िन्दगी ख़राब मत करना !!

मोहब्बत शायरी

प्यासी ये निगाहें तरसती रहती है, तेरी याद में अक्सर बरसती रहती है, हम तेरे ख्यालों में डूबे रहते है, और ये ज़ालिम दुनिया हम पे हँसती रहती है !!

मोहब्बत शायरी

दुख मे खुशी की वजह बनती है मोहब्बत, दर्द मे यादों की वजह बनती है मोहब्बत, जब कुछ भी अच्छा नहीं लगता दुनिया में, तब जीने की वजह बनती है मोहब्बत !!

मोहब्बत शायरी

साहिल पर खड़े-खड़े हमने शाम कर दी, अपना दिल और दुनिया आप के नाम कर दी, ये भी न सोचा कैसे गुज़रेगी ज़िंदगी, बिना सोचे-समझे हर ख़ुशी आपके नाम कर दी !!

मोहब्बत शायरी

रात होगी तो चाँद दुहाई देगा, ख्वाबों में आपको वह चेहरा दिखाई देगा, ये मोहब्बत है ज़रा सोच कर करना, एक आंसू भी गिरा तो सुनाई देगा !!

मोहब्बत शायरी

कोई कहता है प्यार नशा बन जाता है, कोई कहता है प्यार सज़ा बन जाता है, पर प्यार करो अगर सच्चे दिल से, तो वो प्यार ही जीने की वजह बन जाता है !!

मोहब्बत शायरी

तेरी आवाज़ तेरे रूप की पहचान है, तेरे दिल की धड़कन में दिल की जान है, ना सुनूं जिस दिन तेरी बातें, लगता है उस रोज़ ये जिस्म बेजान है !!

मोहब्बत शायरी

माना की तुम जीते हो ज़माने के लिये, एक बार जी के तो देखो हमारे लिये, दिल की क्या औकात आपके सामने, हम तो जान भी दे देंगे आपको पाने के लिये !!

मोहब्बत शायरी

चुपके से आकर इस दिल में उतर जाते हो, सांसों में मेरी खुशबु बन के बिखर जाते हो, कुछ यूँ चला है तेरे इश्क का जादू, सोते-जागते तुम ही तुम नज़र आते हो !!

मोहब्बत शायरी

तक़दीर के आईने में मेरी तस्वीर खो गई, आज हमेशा के लिए मेरी रूह सो गई, मोहब्बत करके क्या पाया मैंने, वो कल मेरी थी आज किसी और की हो गई !!

मोहब्बत शायरी

बड़ी मुद्दत से चाहा है तुम्हे, बड़ी दुआओ से पाया है तुम्हे, तुझे भुलाने का सोचूं भी कैसे, किस्मत की लकीरों से चुराया है तुम्हे !!

मोहब्बत शायरी

जब आंसू आए तो रो जाते है, जब ख्वाब आए तो खो जाते है, नींद आंखो में आती नहीं, बस आप ख्वाबो में आयेंगे, यही सोच कर सो जाते है !!

मोहब्बत शायरी

संगमरमर के महल में तेरी ही तस्वीर सजाऊंगा, मेरे इस दिल में ऐ प्यार तेरे ही ख्वाब सजाऊंगा, यूँ एक बार आजमा के देख तेरे दिल में बस जाऊंगा, मैं तो प्यार का हूँ प्यासा जो तेरे आगोश में मर जाऊॅंगा !!

मोहब्बत शायरी

उसके चेहरे पर इस क़दर नूर था, की उसकी याद में रोना भी मंज़ूर था, बेवफा भी नहीं कह सकते उसको ज़ालिम, प्यार तो हमने किया है वो तो बेक़सूर था !!

मोहब्बत शायरी

मैंने अपनी हर एक सांस तुम्हारी गुलाम कर रखी है, लोगो में ये ज़िन्दगी बदनाम कर रखी है, अब ये आइना भी किस काम का मेरे, मैंने तो अपनी परछाई भी तुम्हारे नाम कर रखी है !!

मोहब्बत शायरी

जो एक बार दिल में बस जाये उसे हम निकाल नहीं सकते, जिसे दिल अपना बना ले उसे फिर कभी भुला नहीं सकते, वो जहाँ भी रहे ऐ खुदा हमेशा खुश रहे, उनके लिए कितना प्यार है हमें ये कभी हम जता नहीं सकते !!

मोहब्बत शायरी

कब तक रहोगे आखिर यूं दूर हमसे, मिलना पड़ेगा आखिर एक दिन जरूर हमसे, दामन बचाने वाले ये बेरुखी है कैसी ? कह दो अगर हुआ है कोई कसूर हमसे !!

मोहब्बत शायरी

रेत पर नाम कभी लिखते नहीं, रेत पर नाम कभी टिकते नहीं, लोग कहते है की हम पत्थर दिल है, लेकिन पत्थरों पर लिखे नाम कभी मिटते नहीं !!

मोहब्बत शायरी

ज़माने भर में आशिक कोई हमसा नहीं होगा, खूबसूरत सनम भी कोई तुमसा नहीं होगा, मर भी जाये उसकी बाहों में तो कोई गम नही यारो, क्योंकी उसके आँचल से खूबसूरत कोई कफ़न नहीं होगा !!

मोहब्बत शायरी

चाहत के ये कैसे अफ़साने हुए, खुद नज़रों में अपनी बेगाने हुए, अब दुनिया की नहीं कोई परवाह हमे, इश्क़ में तेरे इस कदर दीवाने हुए !!

मोहब्बत शायरी

चुराकर दिल मेरा वो बेखबर से बैठे है, मिलाते नहीं नज़र हमसे अब शर्मा कर बैठे है, देखकर हमको छुपा लेते है मुँह आँचल में अपना, अब घबरा रहे है की वो क्या कर बैठे है !!

मोहब्बत शायरी

यूँ तो तमन्नाएं दिल में ना थी हमे लेकिन, ना जाने तुझे देखकर क्यों आशिक़ बन बैठे, बंदगी तो खुदा की भी करते थे लेकिन, ना जाने क्यों हम काफ़िर बन बैठे !!

मोहब्बत शायरी

करिये तो कोशिश हमको याद करने की, फुर्सत के लम्हे तो अपने आप मिल जायेंगे, दिल में अगर है चाहत हमसे मिलने की, बहाने मिलने के खुद-ब-खुद बन जायेंगे !!

मोहब्बत शायरी

जो दिल से करीब हो उसे रुसवा नहीं करते, यूं अपनी मोहब्बत का तमाशा नहीं करते, खामोश रहेंगे तो घुटन और बढ़ेगी, इसलिए अपनों से कोई बात छुपाया नहीं करते !!

मोहब्बत शायरी

आईने में भी खुद को झांक कर देखा, खुद को भी हमने तनहा करके देखा, पता चल गया हमे कितनी मोहब्बत है आपसे, जब तेरी याद को दिल से जुदा करके देखा !!

मोहब्बत शायरी

जो रहते है दिल में वो जुदा नहीं होते, कुछ एहसास लफ़्ज़ों से बयां नहीं होते, एक हसरत है की उनको मनाये कभी, एक वो है की कभी खफा नहीं होते !!

मोहब्बत शायरी

तु ही मिल जाए मुझे बस इतना ही काफी है, मेरी हर सांस ने बस ये ही दुआ मांगी है, जाने क्यूँ दिल खिंचा चला जाता है तेरी तरफ, क्या तूने भी मुझे पाने की दुआ मांगी है !!

मोहब्बत शायरी

मुहब्बत का इम्तिहान आसान नहीं, प्यार सिर्फ पाने का नाम नहीं, मुद्दतें बीत जाती है किसी के इंतज़ार में, ये सिर्फ पल-दो-पल का काम नहीं !!

मोहब्बत शायरी

फिजा में महकती एक शाम हो तुम, प्यार में छलकता जाम हो तुम, सीने में छुपाये फिरते है हम याद तुम्हारी, मेरी ज़िन्दगी का दूसरा नाम हो तुम !!

मोहब्बत शायरी

तुम्हारी दुनिया से जाने के बाद, हम तुम्हे हर एक तारे में नज़र आया करेंगे, तुम हर पल कोई दुआ माँग लेना, और हम हर पल टूट जाया करेंगे !!

मोहब्बत शायरी

हर घडी एक नाम याद आता है, कभी सुबह, कभी शाम याद आता है, सोचते है हम की कर ले फिर से मोहब्बत, फिर हमे मोहब्बत का अंजाम याद आता है !!

मोहब्बत शायरी

कभी मोहब्बत करो तो हमसे करना, दिल की बात जुबाँ पर आये तो हम से कहना, न कह सको कुछ तो आँखें झुका लेना, हम समझ जायेंगे हमे तुम न कुछ कहना !!

मोहब्बत शायरी

अरे आप क्यों नहीं समझते हो सनम, दिल का दर्द दबता नहीं है दबाने से, आपको मोहब्बत का इज़हार करना ही पड़ेगा, क्योंकि मोहब्बत छुपती नहीं छुपाने से !!

मोहब्बत शायरी

फ़िज़ा को महकती शाम हो तुम, प्यार में छलकता जाम हो तुम, तुम्हे दिल में छुपाये फिरते है, मेरी ज़िंदगी का दूसरा नाम हो तुम !!

मोहब्बत शायरी

एहसास के दामन में आंसू गिराकर देखो, प्यार कितना है आजमा कर देखो, तुम्हे भूल कर क्या होगी दिल की हालत, किसी आईने पे पत्थर गिराकर तो देखो !!

मोहब्बत शायरी

इश्क़ ने हमे बेनाम कर दिया, हर ख़ुशी से अनजान कर दिया, हमने कभी नहीं चाहा की हमे इश्क़ हो, पर उनकी एक नज़र ने हमे नीलाम कर दिया !!

मोहब्बत शायरी

आपके बिन टूटकर बिखर जायेंगे, मिल जायेंगे आप तो गुलशन की तरह हम खिल जायेंगे, अगर न मिले आप तो जीते जी मर जायेंगे, पा लिया जो आपको तो मर कर भी जी जायेंगे !!

मोहब्बत शायरी

दो दिलो की मोहब्बत से जलते है लोग, तरह-तरह की बातें तो करते है लोग, जब चाँद और सूरज का होता है खुलकर मिलन, तो उसे भी "सूर्य ग्रहण" तक कहते है लोग !!

मोहब्बत शायरी

जिनको हमने चाहा मोहब्बत की हदे तोड़ कर, आज उसने देखा नहीं निगाह मोड़ कर, ये जान कर बहुत दुःख हुआ मुझे, की वो खुद भी तन्हा हो गये मुझे छोड़ कर !!

मोहब्बत शायरी

जो आपने न लिया हो, ऐसा कोई इम्तिहान न रहा, इंसान आखिर मोहब्बत में इंसान न रहा, है कोई बस्ती, जहां से न उठा हो ज़नाज़ा दीवाने का, आशिक की कुर्बत से महरूम कोई कब्रिस्तान न रहा !!

मोहब्बत शायरी

इस दिल की हर धड़कन का एहसास हो तुम, तुम क्या जानो हमारे लिए कितने ख़ास हो तुम, जुदा होकर तुमने हमे मौत से भी बदतर सज़ा दी है, फिर भी इस तड़पते हुए दिल ने तुम्हे खुश रहने की दुआ दी है !!

मोहब्बत शायरी

आँसू आ जाते है आँखों में, पर लबों पर हंसी लानी पड़ती है, ये मोहब्बत भी क्या चीज़ है यारो, जिस से करते है उसी से छुपानी पड़ती है !!

मोहब्बत शायरी

कोई छुपाता है, कोई बताता है, कोई रुलाता है, तो कोई हंसाता है, प्यार तो हर किसी को ही किसी न किसी से हो जाता है, फर्क तो इतना है की कोई आजमाता है और कोई निभाता है !!

मोहब्बत शायरी

तू ही बता ए दिल तुम्हे समझाऊं कैसे, जिसे चाहता है तू उसे नज़दीक लाऊँ कैसे, यूँ तो हर तमन्ना हर एहसास है वो मेरा, मगर उस एहसास को ये एहसास दिलाऊं कैसे !!

मोहब्बत शायरी

उगता हुआ सूरज दुआ दे आपको, खिलता हुआ फूल खुशबू दे आपको, हम तो कुछ देने के काबिल नहीं है, देने वाला हज़ार खुशिया दे आपको !!

मोहब्बत शायरी

ना चाहो किसी को ऐसे की, चाहत आपकी मज़बूरी बन जाए, पर चाहो किसी को इतना की, आपका प्यार उसके लिए जरुरी बन जाए !!

मोहब्बत शायरी

हमसफ़र तो साथ-साथ चलते है, रास्ते तो बेवफ़ा बदलते है, आपका चेहरा है जब से मेरे दिल में, जाने क्यों लोग मेरे दिल से जलते है !!

मोहब्बत शायरी

इस कदर हम उनकी मुहब्बत में खो गए, की एक नज़र देखा और बस उन्ही के हम हो गए, आँख खुली तो अँधेरा था देखा एक सपना था, आँख बंद की और उन्हीं सपनो में फिर सो गए !!

मोहब्बत शायरी

कहीं बेहतर है तेरी अमीरी से मुफलिसी मेरी, चंद सिक्कों के लिए तुने क्या नहीं खोया है, माना नहीं है मखमल का बिछोना मेरे पास, पर तु ये बता, कितनी राते चैन से सोया है !!

मोहब्बत शायरी

हम रूठे तो किसके भरोसे, कौन है जो आयेगा हमे मनाने के लिए, हो सकता है तरस आ भी जाये आपको, पर दिल कहाँ से लायें आपसे रूठ जाने के लिये !!

मोहब्बत शायरी

एक अजनबी से बात क्या हुई क़यामत हो गयी, सारे शहर को इस चाहत की खबर हो गयी, क्यूँ ना दोष दू इस दिल-ऐ-नादाँ को, दोस्ती का इरादा था और मोहब्बत हो गयी !!

मोहब्बत शायरी

तुम्हारे नाम को होठों पर सजाया है मैंने, तुम्हारी रूह को अपने दिल में बसाया है मैंने, दुनिया आपको ढूंढते ढूंढते हो जायेगी पागल, दिल के ऐसे कोने में छुपाया है मैंने !!

मोहब्बत शायरी

किसी की खातिर मोहब्बत की इन्तहा कर दो, लेकिन इतना भी नहीं की उसको खुदा कर दो, मत चाहो किसी को टूट कर इस कदर, की अपनी ही वफाओं से उसको बेवफा कर दो !!

मोहब्बत शायरी

न हम कुछ कह पाते है, न वो कुछ कह पाते है, एक दूसरे को देखकर गुजर जाया करते है, कब तक चलता रहेगा ये सिलसिला, ये सोचकर दिन गुजर जाया करते है !!

मोहब्बत शायरी

इश्क़ में हर लम्हा ख़ुशी का एहसास बन जाता है, दीदार-ए-यार भी खुदा का दीदार बन जाता है, जब होता है नशा मोहब्बत का, तो अक्सर आईना भी ख्वाब बन जाता है !!

मोहब्बत शायरी

मुझे भी अब नींद की तलब नहीं, अब रातों को जागना अच्छा लगता है, पता नहीं वो मेरी तकदीर में है की नहीं, पर उसे खुदा से माँगना अच्छा लगता है !!

मोहब्बत शायरी

कोई अच्छा लगे तो उनसे प्यार मत करना, उनके लिए अपनी नींदे बेकार मत करना, दो दिन तो आएँगे खुशी से मिलने, तीसरे दिन कहेंगे इंतज़ार मत करना !!

मोहब्बत शायरी

एक जनाजा और एक बारात टकरा गए, उनको देखने वाले भी चकरा गए, ऊपर से आवाज आई-ये कैसी विदाई है, महबूब की डोली देखने साजन की अर्थी भी आई है !!

मोहब्बत शायरी

देखो मेरी आँखों में ख्बाब किसका है, देखो मेरे दिल में तूफ़ान किसका है, तुम कहते हो मेरे दिल के रास्ते से कोई नहीं गुज़रा, तो फिर यह पैरों के निशान किसके है !!

मोहब्बत शायरी

मोहब्बत ऐसी थी की उनको दिखाई न दी, चोट दिल पर थी इसलिए दिखाई न गयी, चाहते नहीं थे उनसे दूर होना पर, दुरिया इतनी थी की मिटाई न गयी !!

मोहब्बत शायरी

मेरी मोहब्बत है वो कोई मज़बूरी तो नहीं, वो मुझे चाहे या मिल जाये, जरूरी तो नहीं, ये कुछ कम है की बसा है मेरी साँसों में वो, सामने हो मेरी आँखों के जरूरी तो नहीं !!

मोहब्बत शायरी

कैसे कहूँ की अपना बना लो मुझे, बाहों में अपनी समा लो मुझे, बिन तुम्हारे एक पल भी कटता नहीं, आ कर एक बार मुझ से चुरा लो मुझे !!

मोहब्बत शायरी

अब मगर कुछ भी नहीं, कुछ भी नहीं हो सकता, अपने जज़्बों से यह रंगीन शरारत न करो, कितनी मासूम हो, नाज़ुक हो, हमाक़त न करो, बार बार हाँ तुम से कहा था की मोहब्बत न करो !!

मोहब्बत शायरी

वो खुदा था मेरा अब मेरा ईमान है, चला गया छोड़ कर, इसलिए दिल उदास है, बेवफा नही कहूंगा मैं उसको, क्यूंकी इश्क़ करना उसका मुझ पर अहसान है !!

मोहब्बत शायरी

जिस दिल में बसा था प्यार तेरा, वो दिल तो कभी का तोड़ दिया, बदनाम ना होने देंगे तुझे इसलिए, तेरा नाम भी लेना छोड़ा दिया !!

मोहब्बत शायरी

ये दिल न जाने क्या कर बैठा, मुझसे बिना पूछे ही फैसला कर बैठा, इस ज़मीन पर टूटा सितारा भी नहीं गिरता, और ये पागल चाँद से मोहब्बत कर बैठा !!

मोहब्बत शायरी

किस्मत से अपनी सबको शिकायत क्यों है? जो नहीं मिल सकता उसी से मुहब्बत क्यों है? कितने खाये है धोखे इन राहों में, फिर भी दिल को उसी का इंतजार क्यों है ?

मोहब्बत शायरी

क्या मांगू खुदा से तुम्हे पाने के बाद, किसका करूँ इंतज़ार तेरे आने के बाद, क्यों इश्क़ में जान लुटा देते है लोग, मैंने भी यह जाना तुमसे इश्क़ करने के बाद !!

मोहब्बत शायरी

कुछ चेहरे भुलाए नहीं जाते, कुछ नाम दिल से मिटाए नहीं जाते, मुलाक़ात हो न हो, अय मेरे यार, प्यार के चिराग कभी बुझाए नहीं जाते !!

मोहब्बत शायरी

चुपके चुपके पहले वो ज़िन्दगी में आते है, मीठी मीठी बातों से दिल में उतर जाते है, बच के रहना इन हुस्न वालों से यारो, इन की आग में कई आशिक जल जाते है !!

मोहब्बत शायरी

यूँ नज़रों से आपने बात की और दिल चुरा ले गए, हम तो समझे थे अजनबी आपको, पर दे कर बस एक मुस्कुराहट अपनी, आप तो हमे अपना बना गए !!

मोहब्बत शायरी

दिल को था आपका बेसब्री से इंतजार, पलके भी थी आपकी एक झलक को बेकरार, आपके आने से आयी है कुछ ऐसी बहार, की दिल बस मांगे आपके लिये खुशियाँ बेशुमार !!

मोहब्बत शायरी

माना की किस्मत पे मेरा कोई ज़ोर नहीं, पर ये सच है की मोहब्बत मेरी कमज़ोर नहीं, उस के दिल में, उसकी यादो मे कोई और है लेकिन, मेरी हर साँस में उसके सिवा कोई और नहीं !!

मोहब्बत शायरी

इश्क मोहब्बत तो सब करते है, गम - ऐ - जुदाई से सब डरते है हम तो न इश्क करते है न मोहब्बत, हम तो बस आपकी एक मुस्कुराहट पाने के लिए तरसते है !!

मोहब्बत शायरी

कोई चाँद से मोहब्बत करता है, कोई सूरज से मोहब्बत करता है, हम उनसे मोहब्बत करते है, जो हमसे मोहब्बत करता है !!

मोहब्बत शायरी

ज़िन्दगी सिर्फ मोहब्बत नहीं कुछ और भी है, ज़ुल्फ़-ओ-रुखसार की जन्नत नहीं कुछ और भी है, भूख और प्यास की मारी हुई इस दुनिया में, इश्क ही इक हकीकत नहीं कुछ और भी है !!

मोहब्बत शायरी

अब भी आता है तेरा नाम मेरे नाम के साथ, लोग जल जल कर ख़ाक हुए जाते है, उड़ता है दिल से जैसे धुआँ, बस वो छूने से ही राख हुए जाते है !!

मोहब्बत शायरी

कौन कहता है मोहब्बत की ज़ुबान होती है, होंठों के बिना खुले ही हक़ीक़त बयां होती है, इश्क़ वो खुदायी है मेरे दोस्त, जो लफ़्ज़ों से नहीं आँखों से बयां होती है !!

मोहब्बत शायरी

तेरे प्यार का सिला हर हाल में देंगे, खुदा भी मांगे ये दिल तो टाल देंगे, अगर दिल ने कहा तुम बेवफ़ा हो, तो इस दिल को भी सीने से निकाल देंगे !!

मोहब्बत शायरी

आँखों में चाहत दिल में कशिश है, फिर क्यों ना जाने मुलाकात में बंदिश है, मोहब्बत है हम दोनों को एक-दूसरे से, फिर भी दिलों में ना जाने यह रंजिश क्यों है !!

मोहब्बत शायरी

कोई तीर जैसे जिगर के पार हुआ है, जाने क्यों दिल इतना बेक़रार हुआ है, पहले कभी देखा न मैंने तुम्हें, फिर भी क्यों ऐ अजनबी इस कदर तुमसे प्यार हुआ है !!

मोहब्बत शायरी

अगर तुम किसी को दिल की गहराइयों से चाहों, तो ये उम्मीद मत करो की वो भी तुम्हे चाहे, लेकिन चाहों उसे इस कदर टूट के की, तुम्हारे सिवा किसी और का प्यार उसे पसंद ही न आए !!

मोहब्बत शायरी

फ़िज़ा में महकती शाम हो तुम, प्यार में झलकता जाम हो तुम, सीने में छुपाये फिरते है चाहत तुम्हारी, तभी तो मेरी ज़िंदगी का दूसरा नाम हो तुम !!

मोहब्बत शायरी

दिल में प्यार का आगाज हुआ करता है, बातें करने का अंदाज हुआ करता है, जब तक दिल को ठोकर नहीं लगती, सबको अपने प्यार पर नाज हुआ करता है !!

मोहब्बत शायरी

माना आज उन्हें हमारा कोई ख़याल नहीं, जवाब देने को हम राज़ी है, पर कोई सवाल नहीं, पूछो उनके दिल से क्या हम उनके यार नहीं, क्या हमसे मिलने को वो बेकरार नहीं !!

मोहब्बत शायरी

किसी का क्या जो क़दमों पर जबीं-ए-बंदगी रख दी, हमारी चीज़ थी हमने जहां जानी वहां रख दी, जो दिल माँगा तो वो बोले ठहरो याद करने दो, ज़रा सी चीज़ थी हमने जाने कहाँ रख दी !!

मोहब्बत शायरी

फूलों की याद आती है काँटों को छूने पर, रिश्तों की समझ आती है फासलों पे रहने पर, कुछ जज़्बात ऐसे भी होते है जो आँखों से बयां नहीं होते, वो तो महसूस होते है ज़ुबान से कहने पर !!

मोहब्बत शायरी

मेरी साँसों में बिखर जाओ तो अच्छा होगा, बन के रूह मेरे जिस्म में उतर जाओ तो अच्छा होगा, किसी रात तेरी गोद में सिर रख के सो जाऊं, फिर उस रात की कभी सुबह ना हो तो अच्छा होगा !!

मोहब्बत शायरी

सीने में दिल तो हर एक के होता है, लेकिन हर एक दिल में प्यार नहीं होता, प्यार करने के लिए तो दिल होता है, दिल में छुपाने के लिए प्यार नहीं होता !!

मोहब्बत शायरी

बेवजह हम वजह ढूंढ़ते है तेरे पास आने को, ये दिल बेकरार है तुझे धड़कन में बसाने को, बुझी नहीं प्यास इन होंठों की अभी, न जाने कब मिलेगा सुकून तेरे इस दीवाने को !!

मोहब्बत शायरी

रूठी हो अगर ज़िंदगी तो मना लेंगे हम, मिले जो गम अगर वो भी सह लेंगे हम, बस आप रहना हमेशा साथ हमारे तो, निकलते हुए आँसुओं में भी मुस्कुरा लेंगे हम !!

मोहब्बत शायरी

आँखों में आंसुओं की लकीर बन गई, जैसी चाहिए थी वैसी तकदीर बन गई, हमने तो सिर्फ रेत में उंगलियाँ घुमाई थी, गौर से देखा तो आपकी तस्वीर बन गई !!

मोहब्बत शायरी

फिर से वो सपना सजाने चला हूँ, उमीदों के सहारे दिल लगाने चला हूँ, पता है की अंजाम बुरा ही होगा मेरा, फिर भी किसी को अपना बनाने चला हूँ !!

मोहब्बत शायरी

सिर्फ नज़र से जलाते हो आग चाहत की, जलाकर क्यों बुझाते हो आग चाहत की, सर्द रातों में भी तपन का एहसास रहे, हवा देकर बढ़ाते हो आग चाहत की !!

मोहब्बत शायरी

मैं अल्फाज़ हूँ तेरी हर बात समझता हूँ, मैं एहसास हूँ तेरे जज़्बात समझता हूँ, कब पूछा मैंने की क्यूँ दूर हो मुझसे, मैं दिल रखता हूँ तेरे हालात समझता हूँ !!

मोहब्बत शायरी

तुझे भूलकर भी न भूल पायेगें हम, बस यही एक वादा निभा पायेगें हम, मिटा देंगे खुद को भी जहाँ से लेकिन, तेरा नाम दिल से न मिटा पायेगें हम !!

मोहब्बत शायरी

सब कुछ है मेरे पास पर दिल की दवा नहीं, दूर वो मुझसे है पर मैं खफा नहीं, मालूम है अब भी वो प्यार करते है मुझसे, वो थोड़ा सा जिद्दी है, मगर बेवफा नहीं !!

मोहब्बत शायरी

ऐसा जगाया आपने की अब तक ना सो सके, यूँ रुलाया आपने की महफ़िल में हम ना रो सके, ना जाने क्या बात है आप में सनम, माना है जबसे तुम्हे अपना किसी के ना हम हो सके !!

मोहब्बत शायरी

दिल के लुट जाने का इज़हार ज़रूरी तो नहीं, यह तमाशा सरे बाजार ज़रूरी तो नहीं, मुझे था इश्क़ तेरी रूह से और अब भी है, जिस्म से कोई सरोकार ज़रूरी तो नहीं !!

मोहब्बत शायरी

यूँ ही तो नहीं दिल मेरा तुझे तलाशता फिरता, कर यकीन मंज़िल का तू ही है किनारा मेरा, यूँ ही तो नहीं आयी सदा तेरी हवाओ में बह कर, हौले से तूने ही होगा नाम पुकारा मेरा !!

मोहब्बत शायरी

होठों पर मोहब्बत के फ़साने नहीं आते, साहिल पर समंदर के खजाने नहीं आते, पलकें भी चमक उठती है सोते हुए हमारी, आँखों को अभी ख्वाब छुपाने नहीं आते !!

मोहब्बत शायरी

कहते हैं लोग खुदा की इबादत है, ये मेरी समझ में तो एक जहालत है, चैन न आए दिल को, रात जाग के गुजरे, जरा बताओ दोस्तों क्या यही मोहब्बत है !!

मोहब्बत शायरी

मुद्दत से दूर थे हम-तुम, एक ज़माने के बाद मिलना अच्छा लगा, सागर से गहरा लगा प्यार आपका, तैरना तो आता था पर डूबना अच्छा लगा !!

मोहब्बत शायरी

ऐसा क्या कह दूं की तेरे दिल को छू जाए, ऐसी किससे दुआ मांगू की तू मेरी हो जाए, तुझे पाना नहीं तेरा हो जाना है मन्नत मेरी, ऐसा क्या कर दूं की ये मन्नत पूरी हो जाए !!

मोहब्बत शायरी

इश्क का जिसको ख्वाब आ जाता है, समझो उसका वक़्त खराब आ जाता है, महबूब आये या न आये, पर तारे गिनने का तो हिसाब आ ही जाता है !!

मोहब्बत शायरी

कितना प्यार है उनसे काश वो ये जान ले, वो ही है ज़िंदगी मेरी ये बात मान ले, उनको देने को नहीं कुछ पास हमारे, बस एक जान है हमारी जब चाहे मांग ले !!

मोहब्बत शायरी

जख्म बन जाने की आदत है उन्हे, रुला कर मुस्कुराने की आदत है उन्हे, मिलेंगे कभी तो खूब रुलाएंगे, सुना है रोते हुए लिपट जाने की आदत है उन्हे !!

मोहब्बत शायरी

किसी पत्थर में मूर्त है, कोई पत्थर की मूर्त है, लो हम ने देख ली दुनिया, जो इतनी खूबसूरत है, ज़माना अपनी न समझे कभी पर मुझे खबर है, की तुझे मेरी ज़रूरत है और मुझे तेरी ज़रूरत है !!

मोहब्बत शायरी

आँखों में इश्क़, लब पे ख़ामोशी, अंदाज़ में इकरार, जिस्म में इंकार, कहाँ जाएं मोहब्बत करने वाले, एक तरफ जन्नत, दूसरी तरफ जहन्नुम !!

मोहब्बत शायरी

ना आना लेकर उसे मेरे जनाजे में, मेरी मोहब्बत की तौहीन होगी, मैं चार लोगो के कंधे पर हूंगा, और मेरी जान पैदल होगी !!

मोहब्बत शायरी

खुशबू ने फूल को एक अहसास बनाया, फूल ने बाग को कुछ खास बनाया, चाहत ने मोहब्बत को एक प्यास बनाया, और इस मोहब्बत ने एक और देवदास बनाया !!

मोहब्बत शायरी

छुपा लूंगा तुझे इस तरह से मेरी बाहों में, हवा भी गुज़रने के लिए इज़ाज़त मांगे, हो जाऊं तेरे इश्क़ में मदहोश इस तरह, की होश भी वापस आने के इज़ाज़त मांगे !!

मोहब्बत शायरी

बेताब तमन्नाओ की कसक रहने दो, मंजिल को पाने की कसक रहने दो, आप चाहे रहो नज़रों से दूर, पर मेरी आँखों में अपनी एक झलक रहने दो !!

मोहब्बत शायरी

दूर जाकर भी हम दूर जा ना सकेंगे, कितना रोयेंगे हम बता ना सकेंगे, गम इसका नहीं की आप मिल ना सकोगे, दर्द इस बात का होगा की हम आप को भुला ना सकेंगे !!

मोहब्बत शायरी

ऊपर से गुस्सा, दिल से प्यार करते हो, नज़रें चुराते हो, दिल बेक़रार करते हो, लाख़ छुपाओ दुनिया से मुझे ख़बर है, तुम मुझे ख़ुद से भी ज्यादा प्यार करते हो !!

मोहब्बत शायरी

आँखों में तेरी डूब जाने को दिल चाहता है, इश्क में तेरे बर्बाद होने को दिल चाहता है, कोई संभाले मुझे, बहक रहे है मेरे कदम, वफ़ा में तेरी मर जाने को दिल चाहता है !!

मोहब्बत शायरी

तेरे बगैर इस ज़िन्दगी की हमें जरुरत नहीं, तेरे सिवा हमे किसी और की चाहत नहीं, तुम ही रहोगे हंमेशा मेरे दिल में, किसी और को इस दिल में आने की इजाज़त नहीं !!

मोहब्बत शायरी

अगर तुम न होते तो ग़ज़ल कौन कहता, तुम्हारे चहरे को कमल कौन कहता, यह तो करिश्मा है मोहब्बत का, वरना पत्थर को ताज महल कौन कहता !!

मोहब्बत शायरी

अगर मैं हद से गुज़र जाऊं तो मुझे माफ़ करना, तेरे दिल में उतर जाऊं तो मुझे माफ़ करना, रात में तुझे तेरे दीदार की खातिर, अगर मैं सब कुछ भूल जाऊं तो मुझे माफ़ करना !!

मोहब्बत शायरी

आँखों मे आ जाते है आँसू, फिर भी लबों पे हँसी रखनी पड़ती है, ये मोहब्बत भी क्या चीज़ है यारो, जिस से करते है उसी से छुपानी पड़ती है !!

मोहब्बत शायरी

आप को देखकर यह निगाह रुक जाएगी, ख़ामोशी अब हर बात कह जाएगी, पढ़ लो अब इन आँखों में अपनी मोहब्बत, कसम से सारी कायनात इसे सुनने को थम जाएगी !!

मोहब्बत शायरी

इत्तेफ़ाक़ से यह हादसा हुआ है, चाहत से मेरा वास्ता हुआ है, दूर रह कर बड़ा बेताब था दिल, पास आ कर भी हाल बुरा हुआ है !!

मोहब्बत शायरी

इश्क़ का शुक्रिया कुछ इस तरह अदा करूँ, आप भूल भी जाओ तो मैं हर पल याद करूँ, इस इश्क़ ने बस इतना सिखाया है मुझे, की खुद से पहले आपके लिए दुआ करूँ!!

मोहब्बत शायरी

इश्क के रिश्ते कितने अजीब होते है, दूर रहकर भी कितने करीब होते है, मेरी बर्बादी का गम न करो, ये तो अपने अपने नसीब होते है !!

मोहब्बत शायरी

इश्क है वही जो हो एक तरफा, इजहार है इश्क तो ख्वाईश बन जाती है, है अगर इश्क तो आँखों में दिखाओ, जुबां खोलने से ये नुमाइश बन जाती है !!

मोहब्बत शायरी

इस से पहले की दिलो में नफरत जागे, आओ एक शाम मोहब्बत में बिता दी जाये, करके कुछ मोहब्बत की बातें, इस शाम की मस्ती बड़ा दी जाये !!

मोहब्बत शायरी

उदास नहीं होना, क्योंकि मैं साथ हूँ, सामने न सही पर आस-पास हूँ, पल्को को बंद कर जब भी दिल में देखोगे, मैं हर पल तुम्हारे साथ हूँ !!

मोहब्बत शायरी

उनके आने के इंतज़ार में हमने, सारे रास्ते दिएँ से जलाकर रोशन कर दिए, उन्होने सोचा की मिलने का वादा तो रात का था, वो सुबह समझ कर वापस चल दिए !!

मोहब्बत शायरी

कब तक वो मेरा होने से इंकार करेगा, खुद टूटकर वो एक दिन मुझसे प्यार करेगा, इश्क़ की आग में उसको इतना जला देंगे, की इज़हार वो मुझसे सर-ए-बाजार करेगा !!

मोहब्बत शायरी

कभी लफ्ज़ भूल जाऊं, कभी बात भूल जाऊं, तूझे इस कदर चाहूँ की अपनी ज़ात भूल जाऊं, उठ के तेरे पास से जो मैं चल दूँ, जाते हुए खुद को तेरे पास भूल जाऊं !!

मोहब्बत शायरी

कसूर ना उनका था ना हमारा, हम दोनों ही रिश्तों की रसम निभाते रहे, वो दोस्ती का एहसास जताते रहे, और हम मोहब्बत को दिल में छुपाते रहे !!

मोहब्बत शायरी

किसी की क्या मजाल थी, जो हमें खरीद सकता, हम तो खुद ही बिक गये, खरीददार देख के !!

मोहब्बत शायरी

किसी के दिल में बसना कुछ बुरा तो नहीं , किसी को दिल में बसाना कोई खता तो नहीं , गुनाह हो यह ज़माने की नज़र में तो क्या , ज़माने वाले कोई खुदा तो नहीं !!

मोहब्बत शायरी

कुछ उलझे हुए सवालो से डरता है दिल, ना जाने क्यों तन्हाई में बिखरता है दिल, किसी को पा लेना कोई बड़ी बात तो नहीं, पर उनको खोने से डरता है यह दिल !!

मोहब्बत शायरी

कुछ सोचूं तो तेरा ख्याल आ जाता है, कुछ बोलूं तो तेरा नाम आ जाता है, कब तलक बयाँ करूँ दिल की बात, हर सांस में अब तेरा एहसास आ जाता है !!

मोहब्बत शायरी

गम ने हसने न दिया, ज़माने ने रोने न दिया, इस उलझन ने चैन से जीने न दिया, थक के जब सितारों से पनाह ली, नींद आई तो तेरी याद ने सोने न दिया !!

मोहब्बत शायरी

घर से बाहर वो नक़ाब मे निकली, सारी गली उनकी फिराक मे निकली, इनकार करते थे वो हमारी मोहब्बत से, और हमारी ही तस्वीर उनकी किताब से निकली !!

मोहब्बत शायरी

चाहतों ने किया मुझ पे ऐसा असर, जहाँ देखूं मैं देखूं तुझे हमसफ़र, मेरी खामोशियाँ भी जुबान बन गयी, मेरी बेचैनियां इश्क़ की दास्तान बन गयी !!

मोहब्बत शायरी

जब कोई ख्याल दिल से टकराता है, दिल ना चाह कर भी, खामोश रह जाता है, कोई सब कुछ कहकर, प्यार जताता है, कोई कुछ ना कहकर भी, सब बोल जाता है !!

मोहब्बत शायरी

जब तक तुम्हे न देखूं, दिल को करार नहीं आता, अगर किसी गैर के साथ देखूं, तो फिर सहा नहीं जाता !!

मोहब्बत शायरी

जब भी उनकी गली से गुज़रता हूँ, मेरी आंखें एक दस्तक दे देती है, दुःख ये नहीं, वो दरवाजा बंद कर देते है, खुशी ये है, वो मुझे अब भी पहचान लेते है !!

मोहब्बत शायरी

जब से तूने मुझे दीवाना बना रखा है, संग हर शख्स ने हाथों में उठा रखा है, उसके दिल पर भी कड़ी इश्क में गुजरी होगी, नाम जिसने भी मोहब्बत का सज़ा रखा है !!

मोहब्बत शायरी

जिस तरह रगों में खून रहता है, इस तरह तेरी चाहत का जुनून रहता है, ज़िंदगी की हर ख़ुशी मंसूब है तुमसे, बात हो तुमसे तो दिल को सुकून रहता है !!

मोहब्बत शायरी

जिस रंग में देखो उसे वो पर्दानशी है, और उस पे ये पर्दा है की पर्दा ही नहीं है, मुझ से कोई पूछे तेरे मिलने की अदायें, दुनिया तो यह कहती है की मुमकिन ही नहीं है !!

मोहब्बत शायरी

तुम बिन ज़िंदगी सूनी सी लगती है, हर पल अधूरी सी लगती है, अब तो इन साँसो को अपनी साँसो से जोड़ दे, क्योंकि अब यह ज़िंदगी कुछ पल की मेहमान सी लगती है !!

मोहब्बत शायरी

तेरा एहसान हम कभी चुका नहीं सकते, तू अगर माँगे जान तो इंकार कर नहीं सकते, माना की ज़िंदगी लेती है इम्तिहान बहुत, तू अगर हो हमारे साथ तो हम कभी हार नहीं सकते !!

मोहब्बत शायरी

तेरी आवाज़ की शहनाइयों से प्यार करते है, तस्सवुर में तेरे तन्हाइयों से प्यार करते है, जो मेरे नाम से तेरे नाम को जोड़े ज़माने वाले, उन चर्चो से अब हम प्यार करते है !!

मोहब्बत शायरी

तेरे इश्क का बुखार है मुझको, और हर चीज खाने की मनाई है, एक हुस्न के हकीम ने सिर्फ, तेरे चमन की मौसमी बताई है !!

मोहब्बत शायरी

तेरे हर ग़म को अपनी रूह में उतार लूँ, ज़िंदगी अपनी तेरी चाहत में सवार लूँ, मुलाक़ात हो तुझसे कुछ इस तरह मेरी, सारी उम्र बस एक मुलाक़ात में गुज़ार लूँ !!

मोहब्बत शायरी

दिल की धड़कन और मेरी सदा है वो, मेरी पहली और आखिरी वफ़ा है वो, चाहा है उसे चाहत से बड़ कर, मेरी चाहत और चाहत की इंतिहा है वो !!

मोहब्बत शायरी

दिलों की जरुरत कोई क्या समझेगा, रिश्तों की अहमियत कोई क्या समझेगा, तेरी मुस्कान ही है मेरी ख़ुशी, इस ख़ुशी की किम्मत कोई क्या समझेगा !!

मोहब्बत शायरी

दूरियों की ना परवाह कीजिये, दिल जब भी पुकारे बुला लीजिये, कहीं दूर नहीं है हम आपसे, बस अपनी पलकों को आँखों से मिला लीजिये !!

मोहब्बत शायरी

दुःख में ख़ुशी की वजह बनी है मोहब्बत, दर्द में यादों की वजह बनी है मोहब्बत, जब कुछ भी ना रहा था अच्छा इस दुनिया में, तब हमारे जीने की वजह बनी है यह मोहब्बत !!

मोहब्बत शायरी

देख मेरी आँखों में ख्वाब किसके है, दिल में मेरे सुलगते तूफ़ान किसके है, नहीं गुज़रा कोई आज तक इस रास्ते से हो कर, फिर ये क़दमों के निशान किसके है !!

मोहब्बत शायरी

ना जाने वो कौन तेरा हबीब होगा, तेरे हाथों में जिसका नसीब होगा, कोई तुम्हें चाहे ये कोई बड़ी बात नहीं, लेकिन तुम जिसको चाहो, वो खुश नसीब होगा !!

मोहब्बत शायरी

ना दिल से होता है, ना दिमाग से होता है, ये प्यार तो इत्तेफ़ाक़ से होता है, पर प्यार करके प्यार ही मिले, ये इत्तेफ़ाक़ भी किसी-किसी के साथ होता है !!

मोहब्बत शायरी

ना मैं ख्याल में तेरे ना मैं गुमान में हूँ, यकीन दिल को नहीं है की इस जहान में हूँ, खुदा रखियेगा दुनिया में सलामत मुझे, मैं पहले इश्क़ के, पहले इम्तिहान में हूँ !!

मोहब्बत शायरी

ना रूठना हमसे हम मर जाएंगे, दिल की दुनिया तबाह कर जाएंगे, प्यार किया है हमने कोई मज़ाक नहीं, दिल की धड़कन तेरे नाम कर जाएंगे !!

मोहब्बत शायरी

प्यार कमजोर दिल से किया नहीं जा सकता, ज़हर दुश्मन से लिया नहीं जा सकता, दिल में बसी है उल्फत जिस प्यार की, उस के बिना जिया नहीं जा सकता !!

मोहब्बत शायरी

बड़ी मुद्दत से चाहा है तुझे, बड़ी दुआओं से पाया है तुझे, तुझे भुलाने की सोचूं भी तो कैसे, किस्मत की लकीरों से चुराया है तुझे !!

मोहब्बत शायरी

बहते अश्कों की ज़ुबान नहीं होती, लफ़्ज़ों में मोहब्बत बयां नही होती, मिले जो प्यार तो कदर करना, किस्मत हर कीसी पर मेहरबां नहीं होती !!

मोहब्बत शायरी

माना की किस्मत पे मेरा कोई ज़ोर नहीं, पर ये सच है की मोहब्बत मेरी कमज़ोर नहीं, उसके दिल में, उसकी यादो में कोई और है लेकिन, मेरी हर साँस में उसके सिवा कोई और नहीं !!

मोहब्बत शायरी

मैं तेरे प्यार में इतना ग़ुम होने लगा हूँ, जहाँ भी जाऊं बस तुम्हे ही सामने पाने लगा हूँ, हालात यह है की हर चेहरे में तू ही तू दिखता है, ऐ मेरे खुदा अब तो मैं खुद को भी भुलाने लगा हूँ !!

मोहब्बत शायरी

मैंने अपनी हर एक सांस तुम्हारी गुलाम कर रखी है, लोगों में ये ज़िन्दगी बदनाम कर रखी है, अब ये आइना भी क्या काम का मेरे, मैंने तो अपनी परछाई भी तुम्हारे नाम कर रखी है !!

मोहब्बत शायरी

मोहब्बत एक नाम है दर्द और ख़ुशी की कहानी का, मोहब्बत एक नाम है हर पल मुस्कुराने का, ये कोई लम्हा दो लम्हों की पहचान नहीं है, मोहब्बत एक नाम है हर पल साथ निभाने का !!

मोहब्बत शायरी

मोहब्बत की हद है सितारों से आगे, प्यार का जहाँ है बहारों से आगे, वो दीवानों की कश्ती जब बहने लगी, तो बहते बह गई किनारों से आगे !!

मोहब्बत शायरी

यह रात इतनी तन्हा क्यों होती है, किस्मत से अपनी सबको शिकायत क्यों होती है, अजीब खेल खेलती है ये किस्मत भी, जिसे पा नहीं सकते उसी से मोहब्बत क्यों होती है !!

मोहब्बत शायरी

ये चांदनी रात बड़ी देर के बाद आयी, ये हसीं मुलाक़ात बड़ी देर के बाद आयी, आज आये है वो मिलने को बड़ी देर के बाद, आज की ये रात बड़ी देर के बाद आयी !!

मोहब्बत शायरी

रात होगी तो चाँद दुहाई देगा, ख्वाबों में आपको वह चेहरा दिखाई देगा, ये मोहब्बत है, ज़रा सोचकर करना, एक आंसू भी गिरा तो सुनाई देगा !!

मोहब्बत शायरी

रिश्तों का धागा इतना कच्चा नहीं होता, किसी का दिल तोड़ना अच्छा नहीं होता, प्यार तो दिल की आवाज़ है, कौन कहता है एक तरफ़ का प्यार सच्चा नहीं होता !!

मोहब्बत शायरी

लबों की हँसी आपके नाम कर देंगे, हर खुशी आप पर कुर्बान कर देंगे, जिस दिन होगी कमी मेरे प्यार में, उस दिन हम इस दुनिया को सलाम कर देंगे !!

मोहब्बत शायरी

लाख बंदिशें लगा दे यह दुनिया हम पर, मगर दिल पर काबू हम कर नहीं पायेंगे, वो लम्हा आखिरी होगा हमारी ज़िन्दगी का, जिस पल हम तुझे इस दिल से भूल जायेंगे !!

मोहब्बत शायरी

लोगों ने कहा तुम उसको याद क्यों करते हो, जो तुम्हे याद ही नहीं करता, तड़प कर दिल बोला, मोहब्बत करने वाले कभी मुक़ाबला नहीं करते !!

मोहब्बत शायरी

वफ़ा का लाज हम वफा से निभायेगें, चाहत के दीप हम आँखों से जलाएंगे, कभी जो गुजरना हो तुम्हे दूसरे रास्तों से, हम फूल बनकर तेरी राहों में बिखर जायेंगे !!

मोहब्बत शायरी

वफा के बदले बेवफाई ना दिया करो, मेरी उम्मीद ठुकरा कर इंकार ना किया करो, तेरी मोहब्बत में हम सब कुछ खो बैठे है, जान चली जायेगी इम्तिहान ना लिया करो !!

मोहब्बत शायरी

वो बात क्या करूँ जिसकी खबर ही न हो, वो दुआ क्या करूँ जिसमे असर ही न हो, कैसे कह दूँ आपको लग जाये मेरी भी उम्र, क्या पता अगले पल मेरी उम्र ही न हो !!

मोहब्बत शायरी

वो वक़्त वो लम्हे कुछ अजीब होंगे, दुनिया में हम खुश नसीब होंगे, दूर से जब इतना याद करते है आपको, क्या होगा जब आप हमारे करीब होंगे ?

मोहब्बत शायरी

वो सामने थी और हम पलके उठा ना सके, चाहते थे पर पास उनके जा ना सके, ना देख ले वो अपनी तस्वीर हमारी आँखों में, बस यही सोच कर हम उनसे नज़रे मिला ना सके !!

मोहब्बत शायरी

सपनों की दुनिया में हम खोते चले गए, मदहोश न थे पर मदहोश होते चले गए, ना जाने क्या बात थी उस चेहरे में, ना चाहते हुए भी उसके होते चले गए !!

मोहब्बत शायरी

हमारा हर लम्हा चुरा लिया आपने, आँखों को एक चाँद दिखा दिया आपने, हमें ज़िन्दगी तो दी किसी और ने, पर प्यार इतना देकर जीना सिखा दिया आपने !!

मोहब्बत शायरी

हमारे प्यार का यूँ इम्तिहान ना लो, करके बेरुखी मेरी तुम जान ना लो, एक इशारा कर दो हम खुद मर जाएंगे, हमारी मौत का खुद पर इल्ज़ाम ना लो !!

मोहब्बत शायरी

हर खामोशी का मतलब इंकार नहीं होता, हर नाकामयाबी का मतलब हार नहीं होता, तो क्या हुआ अगर हम तुम्हें न पा सके, सिर्फ पाने का मतलब प्यार नहीं होता !!

मोहब्बत शायरी

जवानी को ज़िंदगी का निखार कहते है, पतझड़ को चमन का मजधार कहते है, अजीब चलन है दुनिया का यारो, एक धोखा है जिसे हम सब प्यार कहते है !!

मोहब्बत शायरी

दिल ले कर दिल तोड़ देना, ये प्यार का इनाम ना हो, प्यार हो ऐसा जिस पर कोई इलज़ाम ना हो, अगर कोई किसी का दिल ना तोड़े तो, यह प्यार कभी बदनाम ना हो !!

मोहब्बत शायरी

इश्क़ सभी को जीना सिखा देता है, वफ़ा के नाम पर मरना सिखा देता है, इश्क़ नहीं किया तो करके देखो, ज़ालिम हर दर्द सहना सिखा देता है !!

मोहब्बत शायरी

रात को रात का तोफा नहीं देते, दिल को जजबात का तोफा नहीं देते, देने को तो हम आप को चाँद भी दे दे, मगर चाँद को चाँद का तोफा नहीं देते. ...

मोहब्बत शायरी

आजकल कहाँ वफा का सिला देते है लोग, अब तो मोहब्बत की स़जा देते है लोग, पहले सजाते है दिलों मे चाहतों का ख्वाब, फिर एतबार को आग लगा देते है लोग..

मोहब्बत शायरी

जादू है उसकी हर एक बात मे, याद बहुत आती है दिन और रात मे, कल जब देखा था मैने सपना रात मे, तब भी उसका ही हाथ था मेरे हाथ मे…

मोहब्बत शायरी

मुहब्बत में सच्चा यार न मिला दिल से चाहे हमें वो प्यार न मिला। लूटा दिया उस लिए सब कुछ मैने मुसीबत में मुझे मददग़ार न मिला। ...

मोहब्बत शायरी

हक़ से दे तो तेरी “नफरत” भी सर आँखों पर… खैरात में तो तेरी “मोहब्बत” भी मंजूर नहीं…!

मोहब्बत शायरी

तूने जो मुझसे की थी क्या उसी को मोहब्बत कहते है , आज भी इस सवाल का जवाब ढूड्‍ता हू मैं

मोहब्बत शायरी

मोहब्बत भी अजीब चीज़ बनाई तूने, तेरी ही मस्ज़िद मे, तेरे ही मंदिर मे, तेरे ही बंदे, तेरे ही सामने रोते हे, पर तुजे नही, किसी ओर को पाने के लिए.

मोहब्बत शायरी

महफील भी रोयेगी, हर दिल भी रोयेगा, डुबी जो मेरी कस्ती तो साहील भी रोयेगा, हम इतना प्यार बीखेर देगे इस दुनीयाँ में के, मेरी मौत पे मेरा कातील भी रोयेगा.

मोहब्बत शायरी

कशिश होनी चाहिए किसी को याद करने की! लम्हे तो अपने आप मिल जायेंगे! वक़्त होना चाहिए किसी को मिलने का! बहाने तो अपने आप मिल जायेंगे!!!

मोहब्बत शायरी

वफ़ा का दरिया कभी रुकता नही, इश्क़ में प्रेमी कभी झुकता नही, खामोश हैं हम किसी के खुशी के लिए, ना सोचो के हमारा दिल दुःखता नहीं!

मोहब्बत शायरी

ये लडकियों के बाल है लडको को फ़साने के जाल चूस लेती है खून जिस्म का सारा इसी लिए होते है इनके होठ लाल

मोहब्बत शायरी

क्यो किसी से इतना प्यार हो जाता है, एक पल का इंतज़ार भी दुश्वार हो जाता है, लगने लगते है अपने भी प्यारे, और एक अजनबी पर ऐतबार हो जाता है

मोहब्बत शायरी

सोचा था इस कदर उनको भूल जाएँगे, देखकर भी अनदेखा कर जाएँगे, पर जब जब सामने आया उनका चेहरा, सोचा एस बार देखले, अगली बार भूल जाएँगे

मोहब्बत शायरी

इश्क़ ने हमे बेनाम कर दिया, हर खुशी से हमे अंजान कर दिया, हमने तो कभी नही चाहा की हमे भी मोहब्बत हो, लेकिन आप की एक नज़र ने हमे नीलाम कर दिया

मोहब्बत शायरी

उगता हुआ सूरज दुआ दे आपको खिलता हुआ फूल खुशबू दे आपको हम तो कुछ भी देने के काबिल नहीं, देनेवाला हज़ार खुशिया दे आपको!

मोहब्बत शायरी

सुहाना मौसम ओर हवा मे नमी होगी आशुंओ की बहती नदी होगी मिलना तो हम तब भी चाहेगे आपसे जब आपके पास वक्त और हमारे पास सासों कि कमी होगी

मोहब्बत शायरी

वो ज़िंदगी ही क्या जिसमे मोहब्बत नही, वो मोहबत ही क्या जिसमे यादें नही, वो यादें क्या जिसमे तुम नही, और वो तुम ही क्या जिसके साथ हम नही!!!

मोहब्बत शायरी

मेरे वजूद मे काश तू उतार जाए मे देखु आईना ओर तू नज़र आए, तू हो सामने और वक़्त ठहर जाए, ये ज़िंदगी तुझे यू ही देखते हुए गुज़र जाए.

मोहब्बत शायरी

मुस्कुराते पलको पे सनम चले आते हैं, आप क्या जानो कहाँ से हमारे गम आते हैं, आज भी उस मोड़ पर खड़े हैं, जहाँ किसी ने कहा था,कि ठहरो हम अभी आते हैं

मोहब्बत शायरी

जब खामोश आँखो से बात होती है ऐसे ही मोहब्बत की शुरुआत होती है तुम्हारे ही ख़यालो में खोए रहते हैं पता नही कब दिन और कब रात होती है

मोहब्बत शायरी

कुछ उलझे सवालो से डरता हे दिल जाने क्यों तन्हाई में बिखरता हे दिल किसी को पाने कि अब कोई चाहत न रही बस कुछ अपनों को खोने से डरता हे ये दिल

मोहब्बत शायरी

इश्क़ सभी को जीना सीखा देता है, वफ़ा के नाम पर मरना सीखा देता है. इश्क़ नही किया तो करके देखो, ज़ालिम हर दर्द सहना सीखा देता है

मोहब्बत शायरी

ज़िंदगी में बार बार सहारा नही मिलता, बार बार कोई प्यार से प्यारा नही मिलता, है जो पास उसे संभाल के रखना, खो कर वो फिर कभी दुबारा नही मिलता

मोहब्बत शायरी

शायर तो हम है शायरी बना देंगे आपको शायरी मे क़ैद कर लेंगे| कभी सूनाओ हमे अपनी आवाज़ आपकी आवाज़ को हम ग़ज़ल बना देंगे.||

मोहब्बत शायरी

मजनू को लैला का SMS नही आया.. मजनू ने 3 दिन से खाना नहीं खाया.. मजनू मरने वाला था लैला के प्यार में और लैला बेती थी SMS FREE होने के इंतेज़ार में

मोहब्बत शायरी

कौन कहता है हम उसके बिना मर जायेंगे हम तो दरिया है समंदर में उतर जायेंगे वो तरस जायेंगे प्यार की एक बून्द के लिए हम तो बादल है प्यार के…किसी और पर बरस जायेंगे|

मोहब्बत शायरी

दिल पे क्या गुज़री वो अनजान क्या जाने; प्यार किसे कहते है वो नादान क्या जाने; हवा के साथ उड़ गया घर इस परिंदे का; कैसे बना था घोसला वो तूफान क्या जाने

मोहब्बत शायरी

तू चाँद मे सितारा होता आसमान के एक आशियाना में एक आशियाना हमारा होता लोग तुम्हे दूर से देखते नज़दीक से देखने का हक़ बस हमारा होता|

मोहब्बत शायरी

वो रात दर्द और सितम की रात होगी, जिस रात रुखसत उनकी बारात होगी, उठ जाता हु मैं ये सोचकर नींद से अक्सर, के एक गैर की बाहों में मेरी सारी कायनात होगी|

मोहब्बत शायरी

मोहबत को जो निभाते हैं उनको मेरा सलाम है, और जो बीच रास्ते में छोड़ जाते हैं उनको, हुमारा ये पेघाम हैं, “वादा-ए-वफ़ा करो तो फिर खुद को फ़ना करो, वरना खुदा के लिए किसी की ज़िंदगी ना तबाह करो”